पंजाब विधानसभा चुनाव में मतगणना को अब काफ़ी कम समय बचा है. ईवीएम में किसी की क़िस्मत खुलेगी जल्द ही पता चला जाएगा. ऐसे मेंबात करें पंजाब माझा क्षेत्र की तो यहाँ कुल 25 विधानसभा सीटें, जिसमेंअमृतसर की 11, गुरदासपुर की 7, तरन तारन 4 और पठानकोट की 3 सीटें आती हैं. जानकारों की मानें तो यहाँ मुक़ाबला इस बार काफ़ीदिलचस्प होने वाला है.
आइए, तो पहले बात करते हैं कि 2017 में आख़िर क्या स्थिति थी. पिछले विधानसभा चुनावों में यहाँ कांग्रेस ने अच्छी खासी बढ़त हासिल की थी. कांग्रेस ने यहाँ मुक़ाबले को एकतरफा करते हुए 25 में से 22 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि शिरोमणि अकाली दल 2 और भाजपा 1 सीट जीतने में कामयाब हुई थी. यहाँ याद रखना होगा कि भाजपा और अकाली दल उस समय एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे. वहीं पहली बार विधानसभा चुनाव में भाग ले रही और जीत की बड़ी दावेदार मानी जाने वाली आम आदमी पार्टी यहाँ अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी.
लेकिन इस बार समीकरणों में बदलाव देखने को मिल सकता है. इसके मुख्य कारणों पर चर्चा करते हैं. माझा की पिछले 2 चुनावों को देखने पर पता चलता है की सत्ता में क़ाबिज़ पार्टी को पहले की बजाए कम सीटें मिलती है जो की कांग्रेस के लिए ख़तरे की घंटी हो सकती है. पिछली बार एक साथ लड़ रही अकाली दल और भाजपा एक साथ नहीं है ऐसे में वोट बटने का ख़ामियाज़ा दोनों पार्टियों को भुगतान पड़ सकता है. पठानकोट में अच्छा खासा हिंदू वोट है जिसे साधने की पूरी कोशिश भाजपा ने की है. इसे लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पठानकोट में रैली थी. वहीं राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है की आम आदमी पार्टी ने भी इन्हें लुभाने की पूरी कोशिश की है. पठानकोट में ही पिछले साल नवंबर में अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा यात्रा निकाली थी. वहीं पंजाब के अन्य क्षेत्रों की तरह माझा भी कुछ डेरा के प्रभावों से मुक्त नहीं है. डेरा ब्यास का प्रभाव अमृतसर में देखने को मिल सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की की डेरा ब्यास मुखी के साथ भेंट केभी कुछ राजनीतिक मतलब निकाले जा रहे हैं, क्योंकि 2017 के चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी और कैप्टन अमरेंदर सिंह ने भी कुछ ऐसी मुलाक़ात की थी. ऐसे में देखना होगा की की अंतिम नतीजा क्या होता है!
माझा की कुछ सीटें हैं जहां काँटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. इसमें से सबसे हॉट सीट मानी जा रही है अमृतसर पूर्वी की सीट. इस सीट पर पंजाब की राजनीति के दो बड़े नाम नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली दल से विक्रम सिंह मजीठिया. इन दोनों में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो यह पंजाब का सबसे दिलचस्प मुक़ाबला होगा. पिछली बार यहाँ से नवजोत सिंह सिद्धू चालीस हज़ार से ज़्यादा वोटों के मार्जिन से जीते थे.
इसके अलावा दूसरी सबसे हॉट सीट है डेरा बाबा नानक. यहाँ से पंजाब के होम मनिस्टर सुखजिंदर सिंह रंधावा है. इस सीट में 2017 में काफ़ी कड़ा मुक़ाबला देखने को मिला था. यहाँ सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अकाली नेता सुच्चा सिंह लंगाह को मात्र 1,194 से हराया था.
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